IPL 2020 में प्लेऑफ में नहीं पहुंचने वाले चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके से उम्मीद थी कि टीम इस बार अच्छा प्रदर्शन करेगी। यहां तक कि दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आइपीएल 2021 के पहले मैच में खराब शुरुआत के बाद सीएसके ने अच्छा स्कोर खड़ा किया, लेकिन टीम के गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए और मैच 7 विकेट से गंवा दिया। एमएस धौनी की कप्तानी वाली टीम को क्यों हार झेलनी पड़ी। इसके पीछे के चार कारण जान लीजिए।
चेन्नई की टीम ने ओपनर के तौर पर रितुराज गायकवाड़ और फाफ डुप्लेसिस को भेजा, लेकिन ये दोनों खिलाड़ी फ्लॉप रहे। हैरान करने वाली बात ये रही कि तीसरे नंबर पर मोइन अली को देखा गया। वहीं, एमएस धौनी खुद रवींद्र जडेजा के बाद मैदान पर उतरे। ये दो फैसले हैरान करने वाले थे। मोइन अली ने फिर भी कुछ रन बनाए, लेकिन धौनी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इस तरह के बदलाव जाहिर तौर पर टीम के प्रदर्शन पर प्रभाव डालते हैं।
तेज गेंदबाजी में नहीं दिखी धार
भले ही बल्लेबाजी को लेकर सीएसके की रणनीति कुछ भी रही हो, लेकिन टीम ने 188 रन स्कोरबोर्ड पर लगा दिए थे। ऐसे में आगे के काम का जिम्मा गेंदबाजों को उठाना था। खासकर तेज गेंजबाजों को, लेकिन दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर और सैम कुर्रन शुरुआत में बेअसर दिखे। टीम ने उन सभी गेंदबाजों को मौका दिया था, जिनके पास स्विंग करने की ताकत है, लेकिन ये गेंदबाजी क्रम पूरी तरह दिल्ली कैपिटल्स के ओपनरों ने तहस-नहस कर दिया।
कैच छोड़ना पड़ा महंगा
दिल्ली की टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और शिखर धवन दमदार अंदाज में रन बना रहे थे। ऐसे में टीम को विकेट की तलाश थी। पृथ्वी शॉ एक हवाई शॉट खेलने के चक्कर में गेंद को ऊंची मार बैठे, लेकिन सबस्टिट्यूट के तौर पर उतरे मिचले सैंटनर ने मोइन अली की गेंद पर शॉ का कैच छोड़ दिया। मोइन अली ने अपने दूसरे ओवर में फिर से कैच का मौका बनाया, लेकिन दूसरी बार में रितुराज गायकवाड़ ने पृथ्वी शॉ का कैच छोड़ दिया। ये दोनों कैच महंगे पड़े।