राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन से कहा है कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत का पूरा सहयोग करे। दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों ने बताया, राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि अमेरिका कोरोना से लड़ने में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगा। ड्यूल्स हवाई अड्डे से शुक्रवार को भारत के लिए राहत सामग्री भेजे जाने के समय बाइडन ने अपने दो शीर्ष अधिकारियों को वहां भेजा था। इन राहत सामग्रियों में आक्सीजन सिलेंडर, एन95 मास्क और वैक्सीन के उत्पादन में काम आने वाला फिल्टर शामिल था। व्हाइट हाउस में बाइडन की एशिया नीति देखने वाले वरिष्ठ राजनयिक कुर्त कैंपबेल ने बताया, बाइडन ने बड़ी बात कही है। उन्होंने राहत के काम में लगे रहने को कहा है। कैंपबेल एयर फोर्स वन विमान से जार्जिया जाते समय बाइडन के साथ थे। वापसी में उन्होंने भारत को राहत के लिए भेजे जाने वाले कार्यो की जानकारी दी। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने ड्यूल्स हवाई अड्डे पर संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति कह चुके हैं कि इस आपदा में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। हम इसकी सराहना करते हैं। संधु ने अमेरिकी सांसदों की ओर से किए जा रहे समर्थन की भी प्रशंसा की।
फौसी ने दिया लाकडाउन का सुझाव
अमेरिका के महामारी विशेषज्ञ एंथनी फौसी ने भारत में महामारी के प्रसार की गति रोकने की खातिर कुछ सप्ताह के लिए लाकडाउन लगाने का सुझाव दिया है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि दूसरी जरूरी चीज है आक्सीजन, दवा और पीपीई किट की आपूर्ति। उन्होंने कहा कि भारत में महामारी की गंभीरता को देखते हुए आपात समूह बनाने की जरूरत है, जो चीजों को व्यवस्थित करेगा।