गोमती नगर और लालबाग स्थित प्राधिकरण दफ्तर के चूहों, काकरोच और छिपकलियों को मारने के लिए साढ़े नौ लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। खासबात है कि यह रकम तब खर्च की जा रही है जब लविप्रा अपनी अधिकांश फाइलों का डिजिटिलिकरण करवा चुका है। यही नहीं दशकों से बंद फाइलों को दुरुस्त करवा चुका है। इसके बाद चूहों व छिपकलियों को मारने के लिए यह लाखों रुपये खर्च किए जाएंगे।
फुटओवर ब्रिज पर चढ़ाने के लिए लगेगी लिफ्ट: लखनऊ विकास प्राधिकरण चारबाग व पालीटेक्निक तिराहा स्थित फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट लगाने जा रहा है। हालांकि इन दोनों फुटओवर ब्रिज पर चढ़ने वाले लोगों की संख्या न के बराबर है। वर्तमान में यहां भीख मांगने वाले, नशेड़ी अकसर रात में आराम करते हुए मिल जाएंगे। अब लविप्रा दोनों फ्लाईओवर पर 97.57 लाख रुपये खर्च करके लिफ्ट लगाने जा रही है।हालांकि लिफ्ट लगने से फ्लाईओवर पर लोगों के चलने का ग्राफ बढ़ेगा, इसको लेकर कोई सर्वे रिपोर्ट प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं की गई है और करीब एक करोड़ खर्च करने की तैयारी है।
लविप्रा यह रकम चूहों, काकरोच और छिपकलियों पर समय समय पर खर्च करता आया है। सवाल खड़ा होता है कि अगर इतने इंतजाम किए गए थे तो फाइलें चूहे कैसे कुतर गए। इसका खुलासा चंद सप्ताह पहले तोड़ी गई लविप्रा की अलमारियों से हुआ था। अब फिर प्राधिकरण साढ़े नौ लाख रुपये खर्च करने जा रहा है। वहीं गोमती नगर और लालबाग स्थित कार्यालय में छह माह तक फागिंग किया जाएगा।
इस पर लविप्रा करीब छह लाख रुपये खर्च करेगा। वहीं गोमती नगर विस्तार के अपार्टमेंट में फागिंग पर करीब साढ़े तीन लाख रुपये खर्च करने की तैयारी है। लविप्रा द्वारा लगातार फागिंग के बाद भी जानकीपुरम, सीतापुर रोड, गोमती नगर विस्तार, कानपुर रोड स्थित अपार्टमेंट में खूब कोरोना मरीज मिले। ऐसे में फागिंग कितनी असर रही, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।