छत्तीसगढ़ का नक्सलप्रभावी जिला सुकमा एक बार फिर सुरक्षाबलों पर हमले का गवाह बना है ।गौतलब है कि राज्य में नक्सली प्रभाव को समाप्त करने के लिए “आपरेशन प्रहार” चलाया जा रहा है।शनिवार की दोपहर जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में कुछ संदिग्ध नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी पर हमला बोल दिया ।
हमले के दौरान सुरक्षाबल के सत्रह जवानों के लापता होने और चौदह जवानों के घायल होने की पुष्टि हुई है। लापता जवानों में से बारह के शव मिल गए हैं । घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया है।
छत्तीसगढ़ में इस वर्ष का यह सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।आंकड़ों की मानें तो पिछले एक वर्ष के दौरान नक्सली हिंसा की घटनाओं में लगातार कमी आयी है ।वर्ष 2017 में हिंसा की 373 तो 2018 में 392 घटनाएं सामने आई तो 2019 में 263 घटनाएं हुईं । राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भी नक्सली हिंसा में कमी की बात कही जाती रही है ।