समाजवादी पार्टी से नजदीकियों के लिए हमेशा चर्चा में रहे स्वामी नरेंद्र गिरि | Late Swami Narendra Giri

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव तथा उनके पुत्र अखिलेश यादव से नजदीकियों के लिए हमेशा चर्चा में रहे। 2012 से लेकर 2017 तक अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री रहे, तब अक्सर महंत की उनसे मुलाकात होती थी। अखिलेश हमेशा उनके द्वारा रखी गई बातों को गंभीरता से लेते थे। उस पर अमल होता था। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से उनकी जितनी नजदीकियां थीं, उतने ही वह शिवपाल सिंह यादव के भी करीबी रहे। नई पार्टी बनाने के बाद भी शिवपाल जितनी बार प्रयागराज आए, अधिकतर बार नरेेंद्र गिरि से मिले।

हरिद्वार: अखिलेश यादव ने नहीं किया कोरोना प्रोटोकॉल का पालन, संक्रमित महंत नरेंद्र  गिरि से की मुलाकात - Haridwar SP Chief akhilesh Yadav met Covid positive  Mahant ...

चाचा-भतीजा विवाद को सुलझाने में माना जा रहा था अहम

अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव में जब दूरियां ज्यादा बढ़ गई थीं तो उसे सुलझाने के लिए महंत नरेंद्र गिरि को भी अहम माना जा रहा था क्योंकि कुंभ मेले के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव उनसे मिले तो यह अटकलें लगाई जा रही थी कि शायद वह दोनों के विवाद को सुझलाने में सहयोग करेंगे। मगर ऐसा हो नहीं सका था। क्योंकि शिवपाल अखिलेश से बहुत नाराज थे। शिवपाल ने तब कहा था कि अगर अब नेता जी भी उन्हें बुलाएंगे तो वह वापस सपा में नहीं जाएंगे।

अन्य दलों के नेता भी रहे उनके करीबियों में

2019 कुंभ मेले में स्नान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जब फरवरी माह में संगम नगरी आए थे तो पहले वह महंत नरेंद्र गिरि से मिलने पहुंचे थे। अखिलेश ने जब संगम में स्नान किया तो स्वामी नरेंद्र गिरि ने उन्हें पूजा अर्चना कराई थी। स्नान के दौरान भी वह उनके साथ थे। यह मुलाकात भाजपा के शीर्ष नेताओं को पसंद नहीं आई थी। इसको लेकर तंज भी कसा गया था लेकिन, महंत ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी थी। शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से जब नाता तोड़कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई तो उसके बाद भी वह प्रयागराज आने पर महंत से जरूर मिलते थे। कुंभ मेले के दौरान शिवपाल सिंह 31 जनवरी को प्रयागराज आए थे। शिवपाल पहले बाघम्बरी गद्दी गए थे। वहां पर उन्होंने नरेंद्र गिरि से करीब आधे घंटे बंद कमरे में बातचीत की थी। उसके बाद वह स्नान करने के लिए संगम गए थे। बाघम्बरी गद्दी की जमीन को लेकर जो विवाद चल रहा था, उसको सुलझाने में शिवपाल सिंह यादव ने अहम भूमिका निभाई थी। उस समय सपा की सरकार थी।

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *