नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना में देश में एक छोर से दूसरे छोर तक ताजा सब्जी, फल, फूल और मछली पहुंचाने के लिए शुक्रवार से स्पेशल किसान ट्रेन का संचालन शुरू होने जा रहा है। भारतीय रेलवे की यह पहली किसान ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली (नासिक) से सात अगस्त को रवाना होकर बिहार के दानापुर पहुंचेगी। यह ट्रेन खानपान की वस्तुओं के साथ अगले दिन लौटेगी।
आने वाले समय में यह ट्रेन महाराष्ट्र से अंगूर और प्याज जैसी चीजें लेकर जाएगी और बिहार से पान, मखाना, ताजा सब्जियां और मछली लेकर लौटेगी। भारतीय रेलवे और कृषि मंत्रालय के संयुक्त प्रयास के बाद स्पेशल किसान ट्रेन की शुरुआत की जा रही है।
यह स्पेशल पार्सल ट्रेन की तरह होगी। इसमें किसान और व्यापारी इच्छा के अनुरूप माल की लदान कर सकेंगे। इसका भाड़ा रियायती होगा। मंडी कानून की झंझट से मुक्त होने के बाद इस ट्रेन के माध्यम से किसानों, आढ़तियों व अन्य किसान संगठनों को अपनी उपज को बिना किसी देरी के एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में मदद मिलेगी। किसान ट्रेन देवलाली (नासिक रोड) से शुक्रवार को सुबह 11 बजे चलकर 31.45 घंटे बाद शाम पौने सात बजे दानापुर पहुंचेगी। ट्रेन नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज, छिउकी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर और बक्सर स्टेशन पर रुकेगी।
इसका फायदा रूट के सभी स्टापेज वाले किसानों और व्यापारियों को मिलेगा। प्रारंभिक तौर पर यह ट्रेन साप्ताहिक होगी लेकिन भारतीय रेलवे ने स्पष्ट किया है कि राज्यों की मांग पर ट्रेनों के फेरे और स्टापेज बढ़ाये जा सकते है। सेंट्रल रेलवे ने सभी किसानों, एग्रीगेटर्स, मार्केट कमेटी और लोडर्स से आग्रह किया है कि वे इस ट्रेन सेवा का लाभ उठाने के लिए आगे आएं।
कृषि मंत्रालय का कहना है कि यह प्रयास किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिहाज से किया गया है। ट्रेन की मदद से किसान फल, फूल, सब्जी जैसे उत्पादों को कम समय में लाकर ज्यादा लाभ कमा सकेंगे। ट्रकों से होने वाली ढुलाई में लागत के साथ समय भी ज्यादा लगता था। ट्रेन के डिब्बे फ्रिज की तरह होंगे। उनमें सब्जियां, फल और मछली खराब नहीं होंगे। यह रेल की पटरियों पर दौड़ते कोल्ड स्टोरेज होगा। शुक्रवार को इस स्पेशल किसान ट्रेन को कृषि व रेल मंत्री हरी झंडी दिखाकर गंतव्य के लिए रवाना करेंगे।