अमेरिका में 24 सितंबर भारत, आस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्रियों के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की होने वाली शिखर बैठक क्वाड के इतिहास का एक अहम पन्ना होगा। इन चारों देशों का गठबंधन क्वाड के शीर्ष नेताओं की आपस में होने वाली यह पहली आमने-सामने की मुलाकात होगी। इस साल मार्च में इन नेताओं की वर्चुअल बैठक में जिन मुद्दों को लेकर सहमति बनी थी उन पर विस्तार से आगामी बैठक में चर्चा होगी। जानें इस सम्मेलन की खास बातें….
जानकारों के मुताबिक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड की भूमिका की दिशा तय करने वाली अभी तक की यह सबसे बड़ी बैठक होगी। इसमें सैन्य मुद्दों पर सहयोग के कई आयामों पर सहमति बनाने के प्रयास तो होंगे ही, साथ ही ढांचागत विकास और महामारी से जुड़े कुछ बेहद अहम मुद्दों को भी गति मिलेगी। उक्त चारों देशों की तरफ से हिंद प्रशांत क्षेत्र के तकरीबन 33 देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना भी इस बैठक में ठोस रूप ले सकती है।
हिंद प्रशांत क्षेत्र के 33 देशों को कोरोना वैक्सीन पहुंचाने का रोडमैप
– क्वाड के चार देशों के नौ सेना अभ्यास को विस्तार देना
– समान सोच वाले दूसरे देशों के साथ क्वाड का सैन्य गठबंधन
– क्वाड के सहयोग से दूसरे देशों में ढांचागत विकास की रणनीति
यह भी बताया जा रहा है कि बैठक की तैयारियों में अमेरिका के साथ भारत की जो बैठकें हो रही हैं उससे इस बात का अहसास हो रहा है कि अमेरिकी पक्ष क्वाड को लेकर पहले से भी ज्यादा गतिशील होना चाहता है। इसे अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी और वहां के मौजूदा हालात को अमेरिकी कूटनीति की नाकामी के तौर पर प्रदर्शित किए जाने से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। हिंद प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से अमेरिका ने ब्रिटेन व आस्ट्रेलिया के साथ मिल कर एक नया सैन्य सहयोग स्थापित करने का संदेश दिया है, उससे भी यही संकेत जा रहा है।
क्वाड भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान यानी चार देशों का एक समूह है। इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लोकतांत्रिक देशों के हितों की रक्षा करना और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है। क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, आस्ट्रेलिया के पीएम स्काट मारीसन और जापान के पीएम योशीहिदे सुगा के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठक होगी।
मोदी की बाइडन व सुगा के साथ यह पहली मुलाकात होगी। जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी की अन्य नेताओं के साथ होने वाली द्विपक्षीय मुलाकातों में जो मुद्दे उठेंगे उसमें क्वाड से जुड़े मुद्दे सबसे अहम होंगे। कोशिश यह है कि शीर्ष स्तर पर पहले उन मुद्दों को लेकर आपसी विमर्श हो जाए जिस पर एक साथ चारों नेताओं के बीच चर्चा होनी है। अमेरिकी राष्ट्रपति की भी उसी दिन पीएम सुगा व पीएम मारीसन के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक है।