
एक वह भी दौर था जब स्पा ट्रीटमेंट सिर्फ बड़े होटलों और रिसार्ट्स में ही उपलब्ध होते थे। इनका लाभ लेने के लिए अपनी दिनचर्या से कई घंटे और बड़ी धनराशि देनी होती थी, लेकिन अब आप घर पर भी आसानी से स्पा ले सकती हैं। आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में डे स्पा एक आदर्श ऑप्शन बन गया है। अब तो सैलून और पार्लर के अलावा आप खुद से तरह-तरह के स्पा का आनंद और लाभ उठा सकती हैं।
बॉडी स्पा
अगर आपको पीठ का दर्द या गर्दन के दर्द की समस्या है तो आप बॉडी स्पा करवा सकती हैं। बॉडी स्पा में ऑयल मसाज, स्टीम बाथ, एरोमा थेरेपी, प्यूरिफाइंग फेशियल ट्रीटमेंट्स आदि दिए जाते हैं। बॉडी स्पा में सबसे पहले त्वचा की सफाई की जाती है। फिर एरोमा और एसेंशियल ऑयल से बॉडी मसाज किया जाता है। बाद में स्टीम बाथ और फिर शॉवर दिया जाता है। घर पर बॉडी स्पा करना हो तो पहले बाथटब में गुनगुना पानी भर लें और उसमें शॉवर जेल और दो टीस्पून सी सॉल्ट मिलाएं। इसके बाद पूरे शरीर पर एरोमेटिक ऑयल से लगभग 15-20 मिनट तक मसाज करें या एक कटोरी दही में एक चम्मच सी सॉल्ट मिलाकर त्वचा पर हल्के हाथों से मलें। फिर बाथटब में आराम से 30 मिनट तक रहें। इससे मृत त्वचा निकल जाएगी और शरीर की स्ट्रेस व थकान दूर होगी।

चॉकलेट स्पा
डार्क चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट, वनीला, कोको आदि फ्लेवर की आपने चॉकलेट जरूर खाई होंगी, लेकिन इनसे अच्छा स्पा ट्रीटमेंट भी होता है। डार्क और कोको चॉकलेट से मसाज करने के बहुत फायदे होते हैं। चॉकलेट की खुशबू से डिप्रेशन दूर हो जाता है। चॉकलेट थेरेपी से झुर्रियां, चेहरे के दाग-धब्बे व झाइयां आदि भी गायब हो जाती हैं। चेहरे पर निखार आ जाता है। इससे फैट भी बर्न भी होता है। चॉकलेट एंटी एजिंग होती है। इसलिए इस थेरेपी के बाद त्वचा कोमल हो जाती है।
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अरोमा थेरेपी
इसमें अरोमा ऑयल से मसाज की जाती है व स्टीम बाथ कराया जाता है साथ ही आमंड ऑयल व हॉट ऑयल मसाज के साथ बॉडी पॉलिशिंग भी की जाती है।

आयुर्वेदिक थेरेपी
आयुर्वेदिक थेरेपी लेना भी अच्छा रहता है। इसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बने तेल से मसाज कर स्टीम बाथ दिया जाता है। त्वचा की किस्म के मुताबिक अरोमा ऑयल्स का चुनाव किया जाता है।

आई स्पा
आंखों का तनाव, झुर्रियां, आंखों के आसपास सूजन, लकीरें दूर करने के लिए आई स्पा कारगर साबित होता है। इससे आंखों के नीचे काले घेरे भी दूर होते हैं।

फुट स्पा
पैरों को आराम देने और स्ट्रेस दूर करने के लिए यह एक अच्छा तरीका है। अगर पैरों में दर्द रहता है या पैरों की त्वचा काली पड़ गई है तो इसके लिए फुट स्पा कराना एक बेहतर विकल्प है। इसमें फिश स्पा भी दिया जाता है। इससे मृत त्वचा निकल जाती है और रक्तसंचार बढ़ता है।