भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के किसानों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री का नाम पंद्रह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इस दौरान किसानों ने कलेक्ट्रेट में कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया।
किसान मजदूर संगठन का पैदल मार्च स्थगित, शाम को होगी कमिश्नर से वार्ता
कमिश्नर के माध्यम से मुख्यमंत्री से मिलने के लिए अडे किसान मजदूर संगठन की पैदल यात्रा गुरुवार को दूसरे दिन भी स्थगित हो गई। इंस्पेक्टर सिविल लाइन ने डिप्टी सीएम के कार्यक्रम कि हवाला देकर किसानों से आग्रह किया। जिस पर वह पैदल मार्च को स्थगित करने के लिए मान गए। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने बताया कि दोपहर बाद चार बजे कमिश्नर सुरेंद्र सिंह से उनका प्रतिनिधिमंडल वार्ता करेगा। इसमें किसानों की समस्याओं को लेकर और मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आग्रह होगा। राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित राणा व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक ने बताया कि संगठन की मांग है कि वह किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। मुख्यमंत्री से वार्ता कर किसानों की गन्ना भुगतान, बिजली के बिल आदि विषय रखेंगे।
मेरठ मंडल के अध्यक्ष चौधरी पदम सिंह ने कानूनों के विरोध में संबोधित करते हुए कहां की जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो गया तब तक आंदोलन जारी रहेगा पदम सिंह ने कहा कि किसानों के लिए गन्ना मूल्य न्यूनतम 450 रुपये प्रति कुंतल होना चाहिए उन्होंने कहा कि 25 रुपये बढ़ाकर सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। पदम सिंह ने कहा कि किसानों की समस्याएं व्यापक स्तर पर हैं। इसमें मुख्य तौर पर बिजली के बिल, गन्ने का भुगतान व एमएसपी का विषय है। धरना-प्रदर्शन के दौरान किसान अपने साथ भट्टी चूल्हा व भोजन का सामान लेकर पहुंचे थे।