टैक्स सेविंग फिक्स डिपॉजिट्स (FD) उन सेविंग्स ऑप्शंस में से हैं, जो आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत आयकर लाभों की पेशकश करते हैं। टैक्स सेविंग एफडी की मैच्योरिटी अवधि पांच साल होती है। सीनियर सिटीजंस अक्सर अपनी नियमित आय के लिए बैंक एफडी पर निर्भर रहते हैं। टैक्स सेविंग एफडी में निवेश करके सीनियर सिटीजंस सात फीसद से अधिक ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
जमा पर घटती ब्याज दरों के बीच यह निवेश विकल्प काफी अच्छा है। साथ ही वे 1.5 लाख रुपये तक की आयकर छूट का दावा भी कर सकते हैं। टैक्स सेविंग एफडी ( Tax Saving FD) में इक्विटी की तुलना में काफी कम जोखिम होता है। आइए जानते हैं कि विभिन्न बैंकों की टैक्स सेंविंग एफडी की ब्याज दरें क्या हैं।
सीनियर सिटीजंस के लिए यस बैंक (Yes Bank) की टैक्स सेविंग एफडी 7.25 फीसद ब्याज दर प्रदान कर रही है। वहीं, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) भी टैक्स सेविंग एफडी पर सीनियर सिटीजंस से 7.25 फीसद ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। इसके अलावा इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) की बात करें, तो यह बैंक भी टैक्स सेविंग एफडी पर सीनियर सिटीजंस से 7.25 फीसद ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
वहीं, आरबीएल बैंक (RBL Bank) टैक्स सेविंग एफडी पर सीनियर सिटीजंस से 7.25 फीसद ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। इसके अलावा एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank) टैक्स सेविंग एफडी पर सीनियर सिटीजंस से 7 फीसद ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
यहां आपको बता दें कि किसी एक बैंक की एफडी में किया गया पांच लाख तक का निवेश डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC) द्वारा गारंटीड होता है। डीआईसीजीसी भारतीय रिज़र्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी है। इसलिए निवेशकों को सुझाव दिया जाता है कि अगर वे एफडी में अधिक राशि का निवेश करना चाहते हैं, तो उन्हें किसी एक बैंक की बजाय अलग-अलग बैंकों की एफडी में निवेश करना चाहिए।