हिन्दू धर्म में शादी समारोह और दूसरे शुभ काम हमेशा मुहूर्त देखकर ही किए जाते हैं। किसी भी शुभ काम को करने से पहले ग्रहों की अनुकूल दशा को बहुत महत्व दिया जाता है। ऐसे में अगर ग्रहों की स्थिति ठीक न चल रही हो, तो किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए। हिंदू धर्म में शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम तो बिना शुभ मुहूर्त के होना तो संभव ही नहीं है। देश में कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के कारण समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग प्रभावित है। अभी देश में शादियों का समय चल रहा है, लेकिन कोरोना के कारण शादियों में पहले जैसी रौनक नहीं है। शादी-विवाह के लिए अप्रैल, मई, जून और जुलाई में कुल 37 विवाह मुहूर्त थे, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते अप्रैल और मई में बहुत शादियां प्रभावित हुईं। अब देश में कोरोना का कहर कुछ कम हुआ है, तो ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि सब कुछ धीरे-धीरे सामान्य होगा। ऐसे में जिन लोगों का विवाह जून 2021 में तय है या जो इस माह में विवाह करना चाहते हैं, तो जून के विवाह मुहूर्त जान लें और उसके अनुसार अपनी तैयारी करें।
जून 2021 में विवाह मुहूर्त
इस साल जून माह में विवाह के लिए कुल 08 मुहूर्त हैं। आप जून की 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23 और 24 तारीख को शादी कार्यक्रम कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि समारोह में कोरोना से संबंधित नियमों का सख्ती से पालन किया जाए क्योंकि ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर कोरोना संक्रमण बहुत आसानी से फैलता है।
शादी के लिए शुभ मुहुर्त कब तक हैं?
अभी ज्येष्ठ का महिना चल रहा है, यानी देश में अभी गर्मियों का मौसम है। इस दौरान शादियां खूब होती हैं। गर्मियों में शादी के लिए आखिरी शुभ मुहूर्त 15 जुलाई को है, इस दिन के बाद से शादी विवाह के कार्यक्रमों पर रोक लग जाएगी। ऐसी मान्यता है कि देवशयनी एकादशी के बाद से सभी देव शयन योग में चले जाएंगे और फिर नवंबर के महीने में देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन फिर से शुरू हो जाएगा। शादी समारोह का आयोजन करने से पहले हमें अपनी सेहत की चिंता करते हुए सुरक्षित तरीके से शादी का कार्यक्रम करने पर विचार करना चाहिए।