उत्तर प्रदेश के आसन्न विधानसभा चुनाव में बिहार के 87 अपराधी गड़बड़ी फैला सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस सूची में शामिल कुछ अपराधियों पर इनाम भी घोषित कर रखा है। इस सूची में शामिल भागलपुर के दो अपराधियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। सूची के अधिसंख्य अपराधी पटना, आरा, सिवान और बक्सर के रहने वाले हैं।
राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी संबंधित जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षक या एसपी को पत्र भेजकर इन अपराधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। पत्र में इस बात की चर्चा की गई है कि इन अपराधियों को पकडऩे के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम भी बिहार के विभिन्न जिलों में घूम रही है। इन्हें पूरा सहयोग करने की जरूरत है। सूची में शामिल अधिसंख्य अपराधी या तो किसी ना किसी दबंग गिरोह से जुड़े हुए हैं या फिर हत्या, दुष्कर्म जैसे संगीन मामले में वांछित हैं। सूची में भागलपुर स्थित बुद्धूचक के अपराधी पंकज पासवान और यहीं के नागो यादव पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है। सूची में अररिया के अपराधी सरफराज का भी नाम दर्ज है। इस सूची में सुपौल के अपराधी मु. ईशान का भी नाम दर्ज है। उस पर भी 23 हजार रुपये का इनाम रखा गया है। सहरसा के अपराधी इबरार के खिलाफ कोई इनाम घोषित नहीं है, लेकिन उसपर पाक्सो एक्ट का मामला दर्ज है। पूर्णिया के कुंदन कुमार साह पर 10 हजार रुपये का इनाम है।
किशनगंज स्थित पहाड़कट्टा के शब्बीर की तलाश भी उत्तर प्रदेश की पुलिस कर रही है। सूची में शामिल सभी अपराधियों की तलाश में उत्तर प्रदेश की पुलिस लगी हुई है। स्थानीय पुलिस भी वहां की पुलिस का सहयोग कर रही है। पुलिस के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि सूची में दर्ज अपराधियों ने गिरफ्तारी के भय से अपना ठिकाना बदल दिया है। अधिसंख्य अपराधियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है।