नारद मामले में कार्रवाई के बाद बवाल, तृणमूल कार्यकर्ताओं ने सीबीआइ दफ्तर के बाहर की पत्थरबाजी | Bengal Violence

राज्य के दो मंत्रियों, एक विधायक व एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता पूर्ण लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क पर उतर आए हैं और कोलकाता सहित पूरे राज्य भर में सुबह से ही जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, कोलकाता में निजाम पैलेस यानी सीबीआइ दफ्तर के बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा व बवाल किया है।

पत्थरबाजी पर राज्यपाल ने जताई चिंता

इधर, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई पत्थरबाजी के बाद बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सीबीआइ दफ्तर के बाहर पत्थरबाजी की जा रही है, लेकिन कोलकाता पुलिस, बंगाल पुलिस मूकदर्शक बनी हुई हैं। इस मामले को जल्द निपटाने की अपील है। धनखड़ ने लिखा कि ये पूरी तरह से अराजकता है, पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से शांत है। उम्मीद है कि आप कानून व्यवस्था के फेलियर का जल्द अंदाजा लगा पाएंगे। स्थिति को काबू में करने का वक्त है, जो कि हर मिनट के साथ बिगड़ती जा रही है।

Ruckus after action in Narada case Trinamool activists stonewalling outside  CBI office

गिरफ्तारी के विरोध में फूंका पीएम मोदी का पुतला

गिरफ्तारी के प्रतिवाद में टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किया जा रहा है। आसनसोल शहर के आश्रम मोड़ इलाके में प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने सड़क अवरोध कर दिया। इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीबीआइ हाय- हाय के नारे लगाए। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने यहां सड़क पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करने के साथ ही सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा आसनसोल शहर के हॉटन रोड इलाके में भी सड़क के बीच टायर जलाकर और सड़क अवरोध करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि गलत तरीके से हमारे नेताओं और मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है और हम लोग इसके खिलाफ लगातार आंदोलन करते रहेंगे। वहीं, हुगली जिले के आरामबाग में भी टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा रास्ते पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। 

सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे निजाम पैलेस में सीबीआइ के दफ्तर पहुंचीं और गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही चेतावनी दी कि सीबीआइ को उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा। देखते ही देखते सीबीआइ दफ्तर के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगना शुरू हो गया। पहले यहां सीबीआइ के एक्शन के खिलाफ नारेबाजी हुई और कुछ ही देर में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि यहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।इस दौरान केंद्रीय सुरक्षाबलों पर पत्थर, बोतल और अन्य सामान फेंके गए। यहां तक की तृणमूल कार्यकर्ता ने निजाम पैलेस के मुख्य द्वार पर सुरक्षाबलों द्वारा लगाए गए बैरिकेड को भी तोड़ दिया। जिसके बाद हालात पर काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने हल्का लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया। वहीं, बाद में कोलकाता पुलिस ने यहां अलग से भी एक बैरिकेड लगा दिया है, ताकि समर्थक अंदर नहीं जा सके।हालांकि अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।निजाम पैलेस के बाहर भारी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता अभी भी जमा हैं और सीबीआइ व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। दरअसल सीबीआइ ने सोमवार सुबह नाटकीय तरीके से राज्य के हेवीवेट मंत्री फिरहाद हकीम, मंत्री सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया। इसी के बाद बवाल शुरू हुआ।

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