केवीआईसी के दबाव के बाद इन कंपनियों ने जाली खादी उत्पाद हटाए
नईदिल्ली। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के प्रयासों से अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपने मंच से ‘खादी’ ब्रांड नाम से जाली खादी उत्पाद बेचने वाले 160 से अधिक वेब लिंक हटा दिए हैं।
केवीआईसी ने शनिवार को यह जानकारी दी। केवीआईसी ने खादी इंडिया ब्रांड नाम से अपने उत्पादों की बिक्री करने वाली करीब 1,000 कंपनियों को कानूनी नोटिस जारी किया था।
ऑनलाइन स्टोर्स को हटाने पड़े जाली खादी उत्पाद
केवीआईसी का कहना था कि इससे उसकी छवि को नुकसान पहुंच रहा है तथा खादी कामगार भी प्रभावित हो रहे हैं। एक बयान में कहा गया है, ”केवीआईसी के नोटिस के बाद खादी ग्लोबल ने अपनी वेबसाइट का इस्तेमाल बंद कर दिया है और साथ ही ट्विटर, फेसबुक व इंस्टग्राम से अपने सोशल मीडिया पेज हटा दिए है।
खादी ग्लोबल ने उत्पाद हटाने के लिए मांगे 10 दिन
आयोग ने यह भी बताया है कि खादी ग्लोबल ने इसके साथ ही इस ब्रांड नाम की सभी सामग्री तथा उत्पाद हटाने के लिए 10 दिन का समय मांगा है। केवीआईसी ने कहा कि उसकी कार्रवाई के बाद देशभर में जाली खादी उत्पाद बेचने वाले कई स्टोर बंद हुए हैं।
आयोग के दबाव में 160 से अधिक वेब लिंक हटाए
बयान में कहा गया है, ”केवीआईसी के दबाव के बाद अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और अन्य ने खादी ब्रांड नाम से उत्पाद बेचने वाले 160 से अधिक वेब लिंक हटाए हैं।” इन ई-कॉमर्स पोर्टल पर खादी मास्क, हर्बल साबुन, शैंपू, कॉस्मेटिक्स, हर्बल मेहंदी, जैकेट, कुर्ता और कई अन्य उत्पाद बेचे जा रहे थे।
500 करोड़ रुपये से ज्यादा के 1000 नोटिस भेजे
तीन हफ्ते पहले की ही तो बात है, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने हाल ही में एक हज़ार से ज़्यादा कानूनी नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस 500 करोड़ रुपये से ज़्यादा के हैं। मामला केवीआईसी के नाम पर जाली खादी उत्पाद बेचने से जुड़ा है। नकली खादी से बने मास्क और पीपीई किट (PPE Kit) बाज़ार में बेची जा रही थी। इतना ही नहीं खादी से जुड़े और भी आइटम ऑनलाइन ट्विटर (Twitter), फेसबुक (Facebook), इंस्टाग्राम और पिंटरेस्ट जैसे प्लेटफॉर्म से बेचे जा रहे थे।
इसके चलते केवीआईसी ने अकेले फैबइंडिया जैसी बड़ी कंपनी से 500 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है। हर्जाने से जुड़ा यह केस मुंबई हाईकोर्ट (Mumbai High Court) में चल रहा है। खादी एसेंशियल और खादी ग्लोबल को भी नोटिस भेजे गए हैं।