दिल्ली में बारिश का दौर रुकते ही उमस बढ़ गई है, हालांकि 16 से 19 जुलाई तक बारिश की संभावना है। वहीं दूसरी ओर बिहार में बाढ़ और बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त है। यहां लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को भी भारी बारिश हुई। बारिश के दौरान घर गिरने और पानी भरे गढ्डे में डूबने से 11 लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू की गई है। उत्तर प्रदेश में भी झमाझम बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। देश का लगभग आधा हिस्सा बारिश से बेहाल है।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने के बावजूद बहुप्रतीक्षित मानसूनी बारिश के लिए कम से कम 3 दिन तक और इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल यहां सोमवार तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि 16 से 19 जुलाई तक बारिश की संभावना है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी है।
बिहार में बाढ़ और बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त है। यहां लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को भी भारी बारिश हुई। नदियों में उफान से निचले इलाके में बाढ़ का पानी घुस गया है। बिहार में बारिश के दौरान घर गिरने और पानी भरे गढ्डे में डूबने से 11 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग जख्मी हो गए। सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ने से और कई पुलिया ध्वस्त होने से आवागमन ठप हो गया।
उधर नेपाल के पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के चलते भारत के तराई इलाकों की तरफ आने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश और बाढ़ से अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 6 मौतें असम में हुई हैं। असम में बाढ़ से 21 जिले के 8 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं।
हिमाचल प्रदेश में हो रही बरसात की वजह से 6 सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी हैं। इनमें शिमला जोन में पांच सड़कें और कांगड़ा जोन के तहत एक सड़क ठप है। शुक्रवार को शिमला, सोलन, मंडी और कांगड़ा में बारिश हुई। इससे इन जिलों में तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गई। लखनऊ व आसपास के इलाकों में दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से काफी राहत दी है। आगामी 24 से 36 घंटे तक बारिश होने के बाद मौसम के सामान्य रहने की संभावना है।