कांग्रेस शासित राज्यों में सबसे मजबूत सरकार छत्तीसगढ़ में है। ऐसे में कांग्रेस अपने विरोधियों पर निशाना साधने के लिए छत्तीसगढ़ के नेताओं का भरपूर उपयोग कर रही है। टूलकिट मामला हो या फिर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिप्पणी, कांग्रेस नेता विरोधियों पर छत्तीसगढ़ में एफआइआर करा रहे हैं। सोनिया के खिलाफ टिप्पणी करने पर अर्णब गोस्वामी पर प्रदेश में 100 से ज्यादा एफआइआर कराई गई थीं। इसके बाद टूलकिट मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के खिलाफ एफआइआर हुई। अब कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक पर टिप्पणी करने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई है।
रोहन गुप्ता और सौम्या से पूछताछ कर लौटी पुलिस
टूलकिट मामले की जांच में जुटी रायपुर पुलिस शनिवार को दिल्ली पहुंची। वहां कांग्रेस रिसर्च टीम के आइटी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहन गुप्ता और सौम्या वर्मा से पूछताछ कर लिखित बयान दर्ज किए। पुलिस ने मामले में जुड़े मूल दस्तावेज समेत हार्ड डिस्क भी जब्त की। टीम शनिवार शाम रायपुर लौट आई। अब आगे की जांच बयान और दस्तावेजों के आधार पर होगी।
विरोधी दल के अपराध की शिकायत करना राजनीतिक दल का अधिकार है। टूलकिट मामले में कांग्रेस की छवि को खराब करने का अपराध किया गया है। पार्टी का नैतिक दायित्व है कि इसके खिलाफ एफआइआर कराए।
–शैलेश नितिन त्रिवेदी, चेयरमैन, छत्तीसगढ़ कांग्रेस मीडिया विभाग
कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में बहुमत का दुरुपयोग करके विरोधी दल के खिलाफ एफआइआर करा रही है। इसके पीछे सीधे कांग्रेस की विरोधियों को डराने की साजिश है। कांग्रेस चाहे कितनी भी एफआइआर करा ले, हम उसके झूठ को बेनकाब करते रहेंगे।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा, पूर्व सीएम डा. रमन के खिलाफ दर्ज हुआ है मामला
टूलकिट मामले में देशभर में उठे विवाद के बीच सबसे चर्चित छत्तीसगढ़ पुलिस ही रही। संबित पात्रा और रमन सिंह के खिलाफ एफआइआर के विरोध में भाजपा नेताओं ने सभी जिलों में प्रदर्शन भी किया। भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कहते हैं कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। वह सच कहते हैं। उनको छत्तीसगढ़ आकर देखना चाहिए। यहां विपक्ष की आवाज को एफआइआर करके दबाया जा रहा है।