लखनऊ, राजधानी दिन प्रतिदिन असुरक्षित होती जा रही है। सरकारी कार्यालय भी अब सुरक्षित नहीं रह गए हैं इसका एक उदाहरण मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में देखने को मिला। तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी स्वास्थ्य भवन में एक बाबू दिनदहाड़े असलहा लेकर घुस गया। यही नहीं उसने यहां कार्यरत एक अधिकारी के ऊपर गोली चला दी। हालांकि, हमले में अधिकारी बाल-बाल बच गए। वहीं, बाबू को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
यह है मामला
मामला कैसरबाग स्थित स्वास्थ्य भवन का है। बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे करीब तृतीय तल पर कमरा नंबर 9 में गोरखपुर से आए स्टेनों श्रीनिवास वर्मा ने प्रशासनिक अधिकारी शशांक शर्मा से बात कर रहा था। बातचीत के दौरान आरोपित अचानक उग्र हो गया और फायरिंग कर दी। स्टेनो का निशाना चूक गया जिससे वो बाल-बाल बच गए। घटना से परिसर में हड़कंप मच गया, मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्डों ने बाबू को पकड़ लिया। बताया जा रहा हैै कि उसे विभाग की तरफ से पहलेे ही निलंबित कर दिया गया था।
जमकर पीटा गया बाबू
पकड़े जाने के बाद बाबू को वहां मौजूद कर्मचारियों ने जमकर पीटा। बाबू को तृतीय तल की सीढि़यों के पास घेर लिया गया। वहीं गोली चलने से स्वास्थ्य भवन में मौजूद सभी कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे। कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
तीसरे तल के कमरा नंबर नौ में चलाई गोली
हमले में प्रशासनिक अधिकारी और वहां मौजूद अन्य कर्मचारी बाल-बाल बच गए। जानकारी पाकर पुलिस टीम वहां पहुंची और आरोपित को हिरासत में ले लिया। बताया गया कि ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर आरोपित का काफी समय से विवाद चल रहा था। पुलिस के मुताबिक श्रीनिवास वर्मा ने स्वास्थ्य भवन के तीसरे तल पर कमरा नंबर नौ में गोली चलाई थी।
देवरिया हुआ था ट्रांसफर
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. पद्माकर सिंह ने बताया कि 2017 से यह विवाद चल रहा है। श्रीनिवास का ट्रांसफर दांपत्य नीति के तहत बदायूं से देवरिया किया गया था, लेकिन उसने वहां ज्वाइन नहीं किया था। इसी मामले में वह प्रशासनिक अधिकारी शशांक शर्मा से बात करने गया था, लेकिन वहां बात बढ़ गई और उसने गोली चला दी।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने आरोपित के खिलाफ जानलेवा हमले, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की एफआइआर दर्ज की है। आरोपित के पास से लाइसेंसी पिस्टल, छह कारतूस और दो खोखे बरामद किए।
प्रमुख सचिव ने किया दौरा
घटना के बाद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने स्वास्थ्य भवन का दौरा किया। उन्होंने बताया कि गोली चलाने वाला बाबू पहले से ही सस्पेंड है। आज जो मामला हुआ है इसके बाद बाबू के खिलाफ दूसरी प्रशासनिक कार्रवाई भी की जा रही है। स्वास्थ्य भवन को और सुरक्षित बनाया जाएगा।
नहीं लगे हैं सीसीटीवी कैमरे
स्वास्थ्य भवन में लगभग दो साल पहले आग लगी थी। जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए थे। इसके बाद से यहां सीसीटीवी कैमरे की मांग उठाई जा रही थी, लेकिन अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंगी। अब सवाल उठता है कि गोली चलने की घटना के बाद भी यहां सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जाएंगे या नहीं। वहीं पुलिस ने लाइसेंसी बंदूक और कारतूस बरामद कर लिया है और बाबू को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।