शरद पवार बोले, कोरोना महामारी के कठिन समय में महाराष्ट्र का सहयोग कर रही केंद्र सरकार | Coronavirus

महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने वीरवार को कहा कि केंद्र कोरोना महामारी के इस कठिन समय में राज्य सरकार के साथ सहयोग कर रही है। हम सभी को एकजुट होकर इस खतरे से लड़ना होगा। राज्य और केंद्र दोनों को साथ आना होगा और महामारी से लड़ने का तरीका खोजना होगा। फेसबुक पर लाइव संबोधन में पवार ने कहा कि उन्होंने बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की।

उन्होंने स्थिति से निपटने के लिए महाराष्ट्र और अन्य राज्यों का सहयोग करने का आश्वासन दिया। पवार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का तेजी से प्रसार और सक्रिय मामलों की बढ़ती संख्या चिंता का कारण है।राकांपा प्रमुख ने कहा, “महाराष्ट्र की स्थिति गंभीर है। मैं सभी हितधारकों से अपील करता हूं कि वे स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सहयोग करें। नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए कुछ कठोर उपायों की आवश्यकता है।” राकांपा प्रमुख ने कहा कि केंद्र भी मदद कर रहा है। मैंने महाराष्ट्र के हालात के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की थी।

MVA govt united against Covid-19; Maharashtra alliance to last 5 yrs: Pawar  | Business Standard News

” पवार ने कहा कि वर्धन ने आश्वासन दिया कि केंद्र महाराष्ट्र सरकार और अन्य सभी राज्यों द्वारा स्थिति से निपटने के लिए खड़ा रहेगा। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में स्वास्थ्य कार्यकर्ता वायरल संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं, जैसे विशेषज्ञों की सलाह पर वायरस श्रृंखला को तोड़ने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाना। 80 वर्षीय नेता की टिप्पणी राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ व्यापारियों और छोटे व्यापारियों के विरोध के बाद आई। महाराष्ट्र में विपक्षी भाजपा ने सरकार के प्रयासों का समर्थन करने के बाद शुरू में प्रतिबंधों की आलोचना की है।

इधर, महाराष्ट्र के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोनारोधी वैक्सीन का सिर्फ तीन दिन का स्टाक बचा है। महाराष्ट्र को आक्सीजन सिलेंडर की भी कमी का सामना करना पड़ रहा है। राजेश टोपे ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के ज्यादातर टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन की पर्याप्त खुराकें नहीं हैं। अभी हमारे पास वैक्सीन की सिर्फ 14 लाख डोज हैं, जो मुश्किल से तीन दिन के लिए पर्याप्त होंगे। लोगों को वापस करना पड़ रहा है। यदि ऐसी स्थिति जारी रही, तो उन्हें पुन: टीकाकरण केंद्रों पर लाना मुश्किल हो जाएगा। टोपे का कहना है कि अब 20 से 40 वर्ष की उम्र वालों को भी टीका लगना जरूरी हो गया है। क्योंकि महाराष्ट्र में इसी आयुवर्ग के ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार ऐसा नहीं है कि केंद्र की ओर से महाराष्ट्र को टीका मिल नहीं रहा है। टीका मिल रहा है, लेकिन उसकी मात्रा कम और रफ्तार धीमी है। उनके अनुसार महाराष्ट्र को प्रति सप्ताह कम से कम 40 लाख डोज की आपूर्ति  होनी चाहिए। मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने मुंबई में वैक्सीन की कमी को लेकर चिंता जताई है। उनके अनुसार मुंबई में कोविशील्ड की सिर्फ एक लाख खुराकें शेष हैं। महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच यहां अस्पतालों में बेड व आक्सीजन की भी बेहद कमी महसूस की जा रही है। 

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *