@आशीष सागर दीक्षित,बाँदा।
बाँदा। बीते 16 जनवरी को विदाई से पूर्व वर्तमान जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रताप जी ने तहसील सदर बाॅदा का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गलन भरी सर्दी मे अपने अधीनस्थ कार्यालय एवं एसडीएम कोर्ट, भू-लेख अनुभाग, निर्वाचन के कार्यों, राजस्व लिपिक पटल, जनसुनवाई रजिस्टर, रिट याचिका रजिस्टर, बन्धक डाॅक रजिस्टर, डाॅक पंजिका, आर्थिक सहायता राजस्व, संग्रह अनुभाग, सहायक राजस्व लेखाकार पटल सहित इत्यादि पटलों का बारीकी से निरीक्षण किया।
औचक भ्रमण मे जिलाधिकारी ने निर्वाचन के कार्यों का निरीक्षण करते हुए सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि कार्यों का सही ढंग से क्रियान्वयन नही किया गया तो ज़िम्मेदार व्यक्ति के स-सपेंशन की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने निरीक्षण के वक्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को निर्देशित किया कि अपनी-अपनी कोर्ट की समीक्षा स्वयं करिए एवं राजस्व वादों का समय-बद्धता के साथ निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई एवं अलमारियों में फाइलों का रख-रखाव बेहतर ढंग से किया जाए। दफ्तरों मे धूल और मिट्टी से तरबतर फ़ाइल पर वे नाराज हुए। उन्होंने कहा कि जो भी प्रार्थना पत्र आयें उनकी आख्या समय से लगायी जाए। वहीं यदि रिपोर्ट समय से नही आ रही है तो अनुस्मारक पत्र भेजा जाएगा। पत्रावली का रजिस्टर मे अंकन भी किया जाए। साथ ही पत्र अनुभाग का निरीक्षण करते हुए उन्होंने निर्देशित किया कि आय, जाति व निवास प्रमाण पत्रों को पेण्डिंग न रखा जाए।
उन्होंने कहा कि यदि किसी शिकायतकर्ता के द्वारा इस सम्बन्ध में कोई शिकायत आती है तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि तीन महीनों से ज्यादा समय से जो वारिस प्रमाण पत्रों से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र लंबित है, उनकी सूची तत्काल बनाकर दी जाए साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाए कि किस कारण से लंबित है।
इस निरीक्षण के दरम्यान अपर जिलाधिकारी न्यायिक अमिताभ यादव, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार, उप जिलाधिकारी सदर अमित शुक्ला, तहसीलदार राधेश्याम, नायब तहसीलदार सहित सम्बन्धित पटलों के पटल सहायक उपस्थित रहे।