कन्नौज शहर के मोहल्ला दीदारगंज नगरकोट कालोनी निवासी संजू कठेरिया ने हरिजन एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था।
सीओ सिटी ने जांच मे मुकदमा झूठा पाया तो मुकदमा लिखवाने वाले सहित पांच लोगों पर चार्जशीट फ़ाइल की है। कन्नौज। दहेज एक्ट मे परिवार को फंसाने के आम रिवाज मे एक युवक नसीब ने अपने ही ससुर पर दांव चल दिया। शहर के दीदारगंज निवासी संजू कठेरिया से झूठा मुकदमा लिखाया। इस घटनाक्रम के पीछे का फलसफा यह है कि वाद आरोपी मो. दीन निवासी काईमऊ थाना सांडी जनपद हरदोई ने अपनी बेटी महजबीन का निकाह कन्नौज के काजीपुरा रहवासी नसीब से किया था। दहेज की मांग पर ससुराल वालों ने बेटी महजबीन को घर से निकाल दिया। फिर जानकारी मिलने पर मायके पक्ष ने दहेज एक्ट के तहत मुकदमा लिखाया। दामाद नसीब व उसके भाई रहीस ने अपने दोस्त दिग्विजय से मदद ली और उसने नसीब को संजू कठेरिया से मुलाकात करा दी। संजू,नसीब,रहीस ने शहर झोलाछाप डाक्टर फैज आलम के साथ साज़िश रच डाली। गौरतलब है झोलाछाप फैज आलम ने अनुसूचित जाति के संजू को क्लिनिक बुलाकर उसके सिर पर धारदार वस्तु से गहरा चीरा लगा दिया। फिर संजू ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर नसीब के ससुर मो.दीन व एक अन्य पर एससी.एसटी का मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना दरम्यान पुलिस ने जब कॉल डिटेल खंगाली तो मामला झूठ से तरबतर था। सीओ सिटी श्री कमलेश कुमार ने इस मुकदमे के वादी संजू समेत रहीस, नसीब,फैज आलम के खिलाफ चार्जशीट फ़ाइल किया है। उल्लेखनीय है हरिजन एक्ट को हथियार बनाकर समाज कल्याण विभाग से अनुसूचित जाति एक्ट के तहत मिलने वाली रकम मे ठगी करने और लोगों को प्रताड़ित करने का चलन अब आम हो चला है। यदि हर पुलिस अधिकारी कन्नौज सीओ सिटी श्री कमलेश कुमार की तरह सजग हो जाये तो समाज से आधे हरिजन एक्ट व जेल मे बन्द निर्दोष परिवार, युवा सम्मान से जी सकेंगे। वाद मुकदमे की तहकीकात बेहद लाजमी है।