लखनऊ मे फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन (फीपा) की बैठक सम्पन्न... | Soochana Sansar

लखनऊ मे फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन (फीपा) की बैठक सम्पन्न…

@आशीष कुमार / आशीष सागर,बुंदेलखंड

यूपी। उत्तरप्रदेश के लखनऊ मे बीते रविवार 15 दिसम्बर 2024 को फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई। राजधानी के होटल रॉयल इन गोमतीनगर में प्रिंट मीडिया , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं डिजीटल मीडिया को एक सूत्र में पिरोने के लिए “फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन” अर्थात फीपा के राष्ट्रीय महासचिव व संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार श्री अरुण सिंह चंदेल ने महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक मे कुछ मुख्य दिशानिर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि देश के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंटेड मीडिया के पत्रकारों को संगठन एक सूत्र में पिरोने के लिए ही फीपा / फोर्थ इंडिया एशोसिएशन अस्तित्व मे आया है।

जानकारी मुताबिक फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह चंदेल के संयोजन से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ गोमती नगर रॉयल इन पैलेस में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुशवाहा ने फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन (फीपा ) के बारे में बताया कि देशभर के प्रिंटेड मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकारों को उनके हक अधिकार को लेकर प्रेस एसोसिएशन विगत वर्ष से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि फीपा के मुख्य उद्देश्य संपूर्ण भारत में डिजिटल एवं इलेक्ट्रॉनिकऔर प्रिंटेड मीडिया से जुड़े हुए समस्त पत्रकारों के कल्याण के लिए कार्य करना रहेगा। साथ ही उनके मध्य पारस्परिक भाईचारा एवं सद्भाव का वातावरण तैयार करना रहेगा। फीपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि मीडिया से संबंधित सभी सदस्यों की आर्थिक सामाजिक व्यवसायिक सुरक्षा का वातावरण तैयार करना तथा उसके लिए आवश्यक उपायों को करना, पत्रकारिता से सम्बंधित कार्यक्रमों का आयोजन करना और आयोजित कार्यक्रमों की प्रबंधन व्यवस्था करना ,फोर्थ इंडिया प्रेस एसोसिएशन के सम्मानित पदाधिकारी की एक नैतिक जिम्मेदारी होगी।

राष्ट्रीय महासचिव एवं संस्थापक अरुण सिंह चंदेल ने आगे कहा सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व उनका संचालन करना, दैवीय आपदाओं यथा बाढ़ सूखा, डिजास्टर – भूकंप आदि पीड़ितों को सहायता करना फीपा का सांगठिक उद्देश्य है। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि डिजिटल, प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार साथियों की प्रेस स्वंत्रता अति आवश्यक है। यह संघर्ष फ्रीडम फार प्रेस का है। हमारा स्लोगन है ” टू सेव प्रेस फ्रीडम “। फीपा की बैठक में वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राजेश अरोड़ा ने चिकित्सा कमेटी बना कर सामूहिक बीमा व अन्य मेडिकल सेवा मुहैया करने का प्रस्ताव रखा। वहीं वरिष्ठ प्रवक्ता संजय मौर्या ने इस संघठन को शीर्ष में ले जाने और निष्पक्ष पत्रकारिता पर जोर डाला। इस संस्था की स्थापना पर वरिष्ठ पत्रकार संस्थापक अरुण सिंह चंदेल की सरहाना की गई। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पंकज यादव ने संस्था को चलने में कोष के महत्व को सामने रखा। वहीं वरिष्ठ पत्रकार अमित मौर्या ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया की राज्य या देश की सरकार की कमी को अगर कोई पत्रकार उजागर करता है तो उसे जेल की सजा खानी पड़ती है। उन्होंने यह बात सभी पत्रकारों के बीच कही कि उन्हें भी इसी कारण जेल का सामना करना पड़ा। बतलाते चले कि अमित मौर्य अचूक संघर्ष के संपादक है। उन्होंने सभी पत्रकारों को बिना डरे अपना कार्य करने की बात पुरजोर से रखी। वरिष्ठ पत्रकार सूर्य नारायण ने सम्बोधन में पत्रकारों को सामाजिक दायित्य का ध्यान दिलाया। उल्लेखनीय है कि लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार व प्रदेश अध्यक्ष फीपा अश्वनी जायसवाल ने कई प्रस्ताव रखे जो सर्वसम्मत से पारित हुए। अश्वनी ने पत्रिकारिता की दिशा क्या होनी चाहिए इस पर विचार रखे। फीपा के संरक्षक समाजसेवी व लेखक मनोज सिंह रघुवंशी ने अपनी बात बड़ी बेबाकी से रखते हुए सभी पत्रकार बंधुओ को अपनी कलम सत्य व समाज के लिए चलने पर जोर दिया। उन्होंने डिजिटल मीडिया को सही दिशा पर कार्य करने के लिये प्रोत्साहित किया। इस बैठक के तुरंत बाद काव्य गोष्ठी की शुरुवात की गई ।

खूब जमा फोर्थ इंडिया प्रेस एसोशिएशन के तत्वाधान में आयोजित कवि सम्मेलन

फीपा के तत्वाधन में कवि सम्मलेन में वरिष्ठ कवि डॉ राकेश प्रताप सिंह जी की अध्यक्षता में , विभिन्न स्थानों से आकर कवियों ने जमाई महफिल, जिसमें जनपद सीतापुर सी पधारे कवि रोहित विश्वकर्मा मधुर,ने अपने हास्य व्यंग अंदाज से लोगों के दिलों को स्पर्श किया। इसी क्रम में कवियत्री पिंकी अरविंद प्रजापति ने अपनी बेहतरीन रचनाओं से जनमानस को गुदगुदाया। एवं सुमधुर कवियत्री श्वेता शुक्ला ने अपने बेहतरीन स्वर में शानदार गजलें पेश की। कवि शैलेश माही ने भी अपनी हास्य कविताओं से लोगों को खूब हंसाया। कवि डॉ. राकेश प्रताप सिंह ने अपनी हिम्मत दिखाते हुए बेहतरीन व्यंग बाण छोड़े।
वहीं लखनऊ के सुप्रसिद्ध आशुकवि पंकज सिंह दिनकर ने अपने बेहतरीन अंदाज में शानदार मंच संचालन के साथ “अभी छोटा हूं लेखक सयान होने दे,
गाऊं महफिल में गजलें पहचान होने दे।”
जैसी बेहतरीन प्रस्तुति से लोगों के दिलों में जगह बना ली।
कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय से पधारे सतीश सिंह जी एवं भारत वर्ष के विभिन्न स्थानों से पधारे अनेक विद्वानों की उपस्थिति रही।
मुख्य आयोजक पत्रकार अरुण सिंह चंदेल राष्ट्रिय महामंत्री फीपा ने सभी कवियों को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र, मोमेंटो एवं दक्षिणा व धन्यवाद प्रस्ताव देकर कार्यकम का विराम किया।
इस बैठक में अनेक प्रदेशो से आये हुए पत्रकारो,साहित्यकारो , समाजसेवियों ने भी भाग लिया, पत्रकार रमेश चंद्र सैनी,समाज सेवी अतुल सिंह ,पत्रकार रीतेश ,पत्रकार अंकित सिंह परिहार ,वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर पांडेय,वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती विजय लक्समी , पत्रकार विक्रम सिंह , श्रीमती पूनम सिंह ,श्रीमती अनुराधा चौहान,फोटोग्राफर नितिन,आदि उपस्थित थे । इस पूरे कार्यक्रम का शानदासर संचालन राष्ट्रीय विधि सलाहकार हर्ष निगम ने किया है।

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