एक रुपया जनता को ऑक्सीजन देने वाले रिमझिम इस्पात के योगेश अग्रवाल पर आयकर की छापेमारी…

@ आशीष सागर दीक्षित, बुंदेलखंड

  • रिमझिम इस्पात समूह ने माली, चौकीदार और अन्य के नाम से बनाई दो दर्जन से ज्यादा डमी फर्म, फर्जी कंपनियों करोड़ों का लेनदेन किया गया।
  • आयकर टीम ने चौथे दिन भी चित्रकूट धाम मंडल के जिला हमीरपुर क्षेत्र भरुआसुमेरपुर मे संचालित फर्म दफ्तर पर की बड़ी कार्यवाही, ठेकेदार को पुत्र समेत गिरफ्त मे लिया।
  • आयकर ने टीम के मुताबिक ज्यादा मुनाफा लेकर ऑडिट रिपोर्ट मे कम कारोबार दिखाया जा रहा था। कंपनी का ज्यादा कारोबार कच्चे पर्चे पर किया जा रहा है।
  • आयकर का दावा 10 से अधिक लॉकर मे करोडों के हीरे व सोने पाए गए। लॉकर सील और रुपया जप्त।
  • कोरोना काल मे रिमझिम इस्पात के मालिक योगेश अग्रवाल ने स्टील उत्पादन वाले सिलेंडरों मे आक्सीजन रिफिल करके जनता को मात्र एक रुपया मे प्राणवायु सिलेंडर दिया था। खुद भरी थी जीएसटी।


हमीरपुर/भरुआ। उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र जिला हमीरपुर के भरुआसुमेरपुर मे संचालित देश की बड़ी इस्पात, स्टील, लोहा उत्पादन कम्पनी रिमझिम पर आयकर टीम लगातार चौथे दिन भी छापेमारी करती रही है। हमीरपुर के भरुआ मे फैक्ट्री दफ्तर पर कार्यवाही की गई और ठेकेदार बांकी मार्ग निवासी ओमप्रकाश द्विवेदी व इनके पुत्र अखिलेश द्विवेदी को टीम ने गिरफ्त मे लिया है। दोनों पितापुत्र को टीम अपने साथ ले गई है।

रिमझिम कंपनी पर आयकर चोरी समेत करीब 15 फर्जी बोगस डमी कंपनी बनाने के साथ आडिट रिपोर्ट मे कम मुनाफा दिखाकर कच्चे पर्चे पर ज्यादा कारोबार करने का आरोप आयकर टीम का है। जांच मे आयकर टीम को कम्पनी के लॉकर से करोड़ों के हीरे, सोना व रुपया जप्त किया है। बतलाते चले कि फैक्ट्री मे डाटा क्लोनिंग को फैक्ट्री दफ्तर उन्नाव व हमीरपुर टीम पहुंच चुकी है। रिमझिम इस्पात पर लगातार 96 घण्टे की कार्यवाही से हड़कंप मचा है। उधर बीते दिन फैक्ट्री मजदूरों ने प्रदर्शन भी किया। दिल्ली आयकर की टीम ने बतलाया कि तीन दशक पूर्व दिवालिया घोषित वंदना स्टील फर्म के नाम पर भी कारोबार करने के सबूत मिले है। वंदना स्टील मे फैक्ट्री की जगह आवासीय कालोनी व पार्किंग बनाई गई है। टीम ने सारे दस्तावेज इस कंपनी के कब्जे मे लिए है। वहीं रिमझिम कंपनी के देशभर मे 35 ठिकाने पर आयकर टीम लगी है। कानपुर, उन्नाव, हमीरपुर के साथ कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली तक रिमझिम का कारोबार और हेराफेरी का खेल चल रहा है।

फर्जी बोगस कंपनी से आयकर की चोरी-


आयकर की टीम को फर्जी कंपनी से खरीद फरोख्त के साक्ष्य मिले है। फैक्ट्री संचालक योगेश अग्रवाल के कानपुर तिलक नगर स्थित आवास से बडी नकदी मिली है। बैंकों के दस लॉकर सील है। विगत 6 साल के रिटर्न, बैलेंस सीट मे बोगस फर्मों से खेल किया गया है। आयकर ने 15 डमी कंपनी के सहारे कारोबार करने पर कार्यवाही की है। वहीं फैक्ट्री के मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर आदि का डाटा रिकवर करके क्लोनिंग के लिए विशेषज्ञ बुलाये है। सोमवार और मंगलवार तक ये लॉकर खोले जा सकते है। हमीरपुर से फैक्ट्री के वरिष्ठ प्रबंधक भूमिगत है। रिमझिम इस्पात लिमिटेड व जूही एलाय से जुड़े इस अधिकारी की खोज जारी है।
कोरोना काल मे फैक्ट्री मालिक योगेश अग्रवाल ने एक रुपया मे दी थी आक्सीजन-


देशभर मे कोविड के दरम्यान आक्सीजन सिलेंडरों की भारी किल्लत पर योगेश अग्रवाल ने अपनी हमीरपुर के भरुआ सुमेरपुर स्थित फैक्ट्री मे स्टील उत्पादन को लगे बड़े सिलेंडरों को करोड़ों रुपया का रिफिल प्लांट लगाकर जनता के लिए आक्सीजन उपलब्ध कराई थी। महज एक रुपया मे जनता को प्राणवायु आक्सीजन देकर खुद जीएसटी भरी थी। मानवता के काम आने वाले वही योगेश अग्रवाल आज दिल्ली आयकर टीम की कड़ी कार्यवाही मे शिकंजे पर फंसे है। देखना होगा कि रिमझिम इस्पात लिमिटेड इस फर्जी कंपनी के आरोप, नकदी, हीरे और सोने के बवंडर से कैसे निजात पाती है। फिलहाल जांच जारी है…

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *