मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 जून के बाद सभी जिलों में बाढ़ के प्रति अलर्ट लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ नियंत्रण के लिए बेहतर टीम वर्क तथा अन्तर्विभागीय समन्वय से काम किया जाए। इसके चलते ही गत चार वर्षों में प्रदेश में बाढ़ से बहुत कम जन व धन हानि हुई है। बाढ़ से पूर्व की तैयारियों की वर्चुअल समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बाढ़ कंट्रोल रूम को कार्यशील कर दिया जाए और इनमें प्रशिक्षित लोगों को निरन्तर निगरानी पर लगाया जाए।
समस्त प्रबंधन समय से करने के निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि किसानों के लिए बीज और खाद की कमी न होने पाए। उन्होंने राहत आयुक्त को सभी तैयारियां अभी से करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ दिनों में कई जिलों में बारिश के आसार बन रहे हैं, इसलिए आकाशीय बिजली से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक भी किया जाए। बैठक में जल शक्ति मंत्री डा.महेंद्र सिंह ने तटबंधों की मरम्मत तथा निर्माण कार्यों की जानकारी भी दी। अपर मुख्य सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बाढ़ पूर्व तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया।
बाढ़ की दृष्टि से अतिसंवेदनशील तथा संवेदनशील जिलोंं में नौकाओं की उपलब्धता अभी से सुनिश्चित की जाए। योगी ने बाढ़ चौकियों की स्थापना, पेट्रोमैक्स की व्यवस्था के साथ-साथ तटबंधों इत्यादि की प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने को भी कहा दिए। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को बाढ़ के दौरान फैलने वाले संक्रमण से बचाव की तैयारियां करने की हिदायत दी। पशुओं में फैलने वाले खुरपका, मुंहपका जैसे रोग की रोकथाम के लिए आवश्यक वैक्सीन का प्रबंध समय से करने को कहा।