लखनऊ 08 अगस्त।(आरएनएस ) उप्र राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी को प्रेषित एक पत्र भेजकर कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में वार्ता करने की अपील की है।
शनिवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि प्रदेश का कर्मचारी कोविड 19 महामारी के नियंत्रण में जी.जान से लगा हुआ है लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की मौजूदा स्थिति में कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। कर्मचारी संगठनों के साथ सक्षम स्तर पर अधिकारी वार्ता भी नहीं कर रहे हैं। संवादहीनता के चलते कर्मचारियों की उचित समस्याओं का भी निराकरण नहीं हो पा रहा है। उन्होंने अवगत कराया कि मुख्य सचिव के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की वार्ता विगत 13 मई 2020 को हुई थी उसके बाद परिस्थितियों में काफी परिवर्तन आया है। लेकिन फिर भी 13 मई के बाद समय का बार.बार अनुरोध किए जाने के बाद भी वार्ता के लिए समय नहीं दिया है जिसके कारण कर्मचारियों की गंभीर समस्यायों का भी सक्षम स्तर पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। कर्मचारी नेता ने कहा कि महिला एवं बाल कल्याण विभाग में कानपुर नगर एवं हमीरपुर में दो सह विधि परिवीक्षा अधिकारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है। इन महिलाओं के संबंध में विभागीय स्तर पर किए गए पत्राचार पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कर्मचारियों की अन्य मांगे भारत सरकार के कार्यालय की व्यवस्था के तहत ही प्रदेश के कर्मचारियों के लिए लागू किया जानाए आउट सोर्स व संविदा कर्मचारियों का समायोजनए कर्मचारियों के भत्तों व अन्य छीनी हुई सुविधाओं को बहाल किया जानाए जेम पोर्टल की प्रक्रिया समयबद्घ किया जानाए कर्मचारियों की समस्याओं के निरंतर अनु श्रवण के लिए पोर्टल विकसित किया जाना इत्यादि प्रमुख समस्याओं का निराकरण अपरिहार्य हैए मगर शासन से संवादहीनता के चलते स्तिथि यथावत बनी हुई है।