@Ashish sagar dixit
बाँदा। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शुक्रवार को बाँदा विकास भवन से महाराणा प्रताप चौराहा होते हुए सरकारी जिला अस्पताल, कचहरी चौराहा मार्ग, फिर कलेक्ट्रेट तक एक वृहद रैली बालिकाओं / महिलाओं की जनजागरूकता हेतु जिलाधिकारी जे.रीभा के नेतृत्व मे निकाली गई। इस पदयात्रा जागरूकता रैली का शुभारंभ विकास भवन से हुआ। ज़िले के मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। वहीं रैली के समापन पर कलेक्ट्रेट मे जिलाधिकारी श्रीमती जे. रीभा ने रैली मे प्रतिभाग कर रही विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं एवं आंगनबाडी, आशा कार्यकत्रियों व एनआरएलएम की महिलाओं से राष्ट्रीय बालिका दिवस एवं महिलाओं के अधिकारों तथा महिला सशक्तिकरण के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई दी है।
शुक्रवार को डीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित गोष्ठी मे सम्बोधित करते हुए कहा कि बालिकाओं के ऊपर महत्पूर्ण जिम्मेदारी है। यह महिलायें देश की आंख है। उन्होंने स्कूली बालिकाओं से कहा कि अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए एवं पूरा ध्यान उस पर केन्द्रित करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा प्राप्त कर आगे बढें। साथ ही सोशल मीडिया मे सीमित रहें। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य के साथ अपने स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखें तथा सन्तुलित एवं प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए, जिससे मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रह सकें। जिलाधिकारी ने विद्यालय से आई बालिकाओं को नसीहत देते हुए कहा कि अपने मोबाइल फोन का प्रयोग बहुत सावधानी पूर्वक केवल शिक्षा सम्बन्धी कार्यों में उपयोग करें। सोशल मीडिया से दूरी रखते हुए अपने शिक्षण कार्य में विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित रखें। आज रील्स के चक्कर मे वह अपना भविष्य न खराब करें। महिला / बालिका आगे बढकर अपना नाम रोशन कर जिससे समाज और उनका परिवार गौरवपूर्ण पल का साक्षी बनें।
रैली समापन के इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं एवं बालिकाओं पर आधारित महिला सशक्तिकरण के सम्बन्ध में भाषण प्रतियोगिता मे विजयी प्रतिभागियों क्रमशः प्रियांशी सिंह प्रथम, राजकीय बालिका इण्टर काॅलेज, वैष्णवी गुप्ता द्वितीय तथा कशिश को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। इस राष्ट्रीय बालिका जनजागरूकता रैली मे पैरामेडिकल स्टाफ, आंगनबाडी, आशा, एनआरएलएम एवं विभिन्न विद्यालयों सरस्वती बालिका इण्टर काॅलेज, आर्यकन्या इण्टर काॅलेज, फातिमा इण्टर काॅलेज आदि की छात्राओं ने प्रतिभाग किया है।उक्त कार्यक्रम मे मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के सम्बन्ध में विद्यालयों के द्वारा बालिकाओं को बेहतर जानकारी प्रदान की गयी है, जो इस गोष्ठी में बालिकाओं द्वारा दिये गये विचारों से व्यक्त होती है। सीडीओ बाँदा ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई, रानी दुर्गावती एवं अन्य क्रान्तिकारी महिलाओं का क्षेत्र हैं, महिलायें चिकित्सा, शिक्षा, सैन्य सेवा व हर क्षेत्र में आगे बढकर कार्य कर रही है। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वह अपने जीवन में शिक्षा के साथ सकारात्मक सोंच के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि 24 जनवरी, 2008 से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया जाता है।
इस गोष्ठी मे डाॅ.प्रज्ञा प्रकाश ने महिला / पुरूष के जेण्डर रेशियो में असमानता को समाप्त किये जाने पर जोर देते हुए पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट का प्रभावी रूप से जागरूकता कराते हुए कन्या भ्रूण हत्या एवं दहेज जैसी कुरीतियों को समाप्त किये जाने, बालिकाओं को बालकों के समान समान शिक्षा दिलाये जाने हेतु जोर दिया। वहीं कार्यक्रम में डाॅ. साहिबा रहमानी ने कहा कि बालिकायें हर क्षेत्र के साथ सैन्य सेवा में भी आगे बढ रही हैं। उन्होंने कहा कि बालिकाओं का सम्मान, सुरक्षा व शिक्षा अत्यन्त आवश्यक है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनिल श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।