
काबुल, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल सोमवार की सुबह एक शक्तिशाली बम धमाके से दहल उठा। काबुल में हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 68 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि आतंकवादी पुल-ए-महमूद खान में एक निर्माणाधीन इमारत में घुस गए थे।हालात को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में पहुंचे सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी भी हुई।
एक चश्मदीद के मुताबिक, आतंकवादियों ने पहले उनकी विस्फोटक से लदी कार में विस्फोट किया और फिर गोलीबारी शुरू कर दी। यह क्षेत्र रक्षा मंत्रालय की इमारत, खेल स्टेडियम, सूचना और संस्कृति मंत्रालय की एक शाखा और घरों के करीब है। विस्फोट, जिसे कई किलोमीटर दूर से सुना जा सकता है, धुएं का एक विशाल स्तंभ देखा जा सकता है। हालांकि किसी भी आतंकवादी समूह ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

यह आतंकी हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब तालिबानियों और अमेरिक का एक प्रतिनिधिमंडल सातवें दौर की बातचीत कर रहा है। अफगानिस्तान में शांति वार्ता पर चर्चा करने के लिए कतर में बैठकों का दौर जारी है। दोनों पक्ष अफगानिस्तान में लगभग दो दशकों से जारी संघर्ष को खत्म करने रास्ता तलाश रहे हैं। हालांकि, अब तक तालिबान ने अफगान सरकार के साथ बातचीत करने से इनकार किया है।
बता दें, इससे पहले सोमवार को हुए एक धमाके में यहां दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। अफगान राजधानी के पुली महमूद खान के ऊपर धमाके के बाद धुएं का गुबार उठा। इस बम धमाके ने दो किलोमीटर (करीब 1.2 मील) दूर इमारतों को हिला दिया।
आतंकवादी हमले में 26 जवानों की मौत
इससे पहले रविवार को भी अफगानिस्तान में आतंकवादी हमला हुआ था। नार्दन बाघलान प्रांक के नाहरीन में हुए आतंकी हमले में अफगाव सिक्योरिटी फोर्सेज के 26 जवानों की मौत हो गई थी और साथ ही आठ जवान घायल हो गए थे। डिस्ट्रीक्ट चीफ फजलुद्दीन मार्दी ने बताया था कि आतंकियों को भी हमले में काफी चोटें आई थीं। वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा था कि हमले में अफगान फोर्सेज के कई जवान मारे गए हैं। संख्या जो बताई जा रही है, उससे कहीं ज्यादा है। मुजाहिद के मुताबिक हमले में कई सीनियर कमांडर्स भी मारे गए थे।