देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते सुप्रीम कोर्ट न फिजिकल हियरिंग व्यवस्था पर रोक लगा दी है। शीर्ष अदालत में सभी जज अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही मामले की सुनवाई करेंगे। ध्यान रहे सुनवाई तय समय से एक घंटे की देरी से शुरू होगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में तैनात कई स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शीर्ष अदालत ने फिर कोर्ट में आकर सुनवाई की व्यवस्था को निलंबित करने का फैसला लिया है।
अगले आदेश तक लागू रहेगी यह व्यवस्था
सूत्रों का कहना है कि फिलहाल संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिजिकल हियरिंग की व्यवस्था को फिर बंद करने का फैसला किया गया है। पिछले साल कोरोना के कारण लाकडाउन के लगने के बाद सुप्रीम कोर्ट व अन्य अदालतों में वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई की शुरुआत हुई थी। हाल में स्थिति नियंत्रण में आने के बाद कुछ जजों ने अदालत में आना प्रारंभ कर दिया था, जबकि कुछ घरों से सुनवाई कर रहे थे। नए निर्देश के तहत फिर सभी जज अपने आवास से सुनवाई करेंगे। यह व्यवस्था अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
करीब आधा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव की खबर का खंडन
गौरतलब है कि इंटरनेट मीडिया में ऐसी खबरें चली थी कि कोरोना संक्रमण विकराल रूप ले चुका है और सुप्रीम कोर्ट भी इससे अछूता नहीं रहा। खबर में यह भी था कि अदालत के आधे से ज्यादा कर्मचारी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इसे देखते हुए मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही पूरे अदालत परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसका खंडन करते हुए शीर्ष अदालत के अधिकारियों ने बताया कि यहां करीब 3,000 स्टाफ काम करता है और पिछले हफ्तेभर में मात्र 44 लोगों को संक्रमित पाया गया है।