चीन के वहुान में कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने गई विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम को इस सप्ताह 28 दिन पूरे हो जाएंगे। टीम को फिलहाल इस जांच में वुहान में वायरस की उत्पत्ति का कोई सुराग हासिल नहीं हो सका है। इस टीम को पहले चीन ने जांच करने से रोक दिया था लेकिन बाद में इसको इजाजत दे दी गई। ऐसे में ये टीम तीन परिदृश्यों में रखकर कोविड-19 की उत्पत्ति के बारे में पता लगाने में जुटी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में एनिमल डिजीज एक्सपर्ट पीटर बेन एम्बार्क का कहना है कि टीम चार परिदृश्यों को सामने रखते हुए साइंटिफिक इंवेस्टिगेशन कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि SARS-CoV-2 कोविड-19 की वजह कैसे बना। इसके बाद ये इंसान तक कैसे पहुंचा। उनके मुताबिक इसके पहले परिदृश्य में SARS-CoV-2 से संक्रमित किसी जीव या फिर चमगादड़ के सीधेतौर पर संपर्क में कोई एक व्यक्ति आया होगा। इसके बाद ये एक दूसरे व्यक्ति से होते हुए अनेक लोगों तक पहुंचा होगा और वहुान में फैला होगा। इस जांच का
दूसरा परिदृश्य है कि कि ये किसी इंटरमीडिएरी स्पीसिज के माध्यम से इंसान के शरीर में प्रवेश कर गया हो। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के एक्सपर्ट लियांग वेनियान का कहना है कि पैंगोलिन इसका एक संभावित कारण हो सकता है लेकिन वहीं दूसरे जानवर जिसमें मिंक और बिल्ली भी शामिल हैं, से इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं इसके इस तरह से फैलने की तीसरी वजह ये हो सकती है कि ये पहले और दूसरे परिदृश्य में सामने आए कारणों की वजह से विकसित हुआ हो और फिर कोल्ड चेन के जरिए फैलता चला गया। चीन के एक्सपर्ट के मुताबिक इंर्पोटेड फ्रोजन फूड की वजह से इस कारण की संभावना कहीं ज्यादा लगती है।