शॉर्ट विडियो मेकिंग और शेयरिंग प्लैटफॉर्म टिकटॉक पर भारत में बैन लगने के बाद बाकी देश भी ऐसा ही करने जा रहे हैं और ऐप के लिए इतना बड़ा यूजरबेस गंवाना किसी आफत से कम नहीं है। ऐप पर अमेरिका में भी बैन लग सकता है और इससे बचने के लिए टिकटॉक को अपनी चाइनीज पहचान खोनी होगी। सामने आया है कि ऐप बिक सकता है।
साल 2020 पॉप्युलर विडियो शेयरिंग ऐप TikTok के लिए अच्छा नहीं रहा। चाइनीज कनेक्शन के चलते एक के बाद एक देश TikTok पर बैन लगा रहे हैं और कंपनी के लिए यह किसी आफत से कम नहीं है। चीन के बाद दूसरे सबसे बड़े मार्केट भारत में इस ऐप पर जून के आखिर में बैन लगा दिया गया। अब यूएस और जापान जैसे देश भी ऐसा करने जा रहे हैं। बड़ा यूजरबेस गंवाने के चलते ऐप की हालत खराब हो चली है।tiktok पर यूजर्स का डेटा बिना उनकी परमिशन के विदेश भेजने और बाहर के सर्वर में स्टोर करने के आरोप भी लग चुके हैं। डेटा से जुड़ी शिकायतों के बाद साउथ कोरिया समेत कई देशों ने ऐप पर करोड़ों रुपये का जुर्माना भी लगाया है। साथ ही ऐप की चाइनीज पहचान भी इसके लिए नुकसान पहुंचाने वाली साबित हो रही है। ऐसे में चीन से पूरी तरह रिश्ते तोड़ लेना ही यूजर्स के बीच बने रहने के लिए अब एकमात्र विकल्प बचा है।
अमेरिका में बैन का डर
कंपनी बार-बार सफाई देती रही है कि उसका स्टाफ अमेरिका का है और चाइनीज गवर्मेंट के साथ यूजर्स का डेटा कभी शेयर नहीं किया जाएगा। दरअसल, टिकटॉक की पैरंट कंपनी ByteDance चाइनीज है और भारत के बाद अमेरिका का यूजरबेस खोने का रिस्क कंपनी उठाना नहीं चाहेगी। अमेरिका के प्रेजिडेंट ट्रंप ने खुद इस ऐप को बैन करने की बात कही है और इससे बचने के लिए टिकटॉक ऐप अब बिक जाना चाहता है।