कोरोना वायरस की विश्व व्यापी चुनौती को देखते हुए टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों को अगले साल तक के लिए बढ़ाया गया । पूरी दुनिया कोरोना की महामारी से जूझ रही है,ऐसे में कई देशों ने ओलंपिक खेलों में भाग लेने में असमर्थता जताई है ।पूरी दुनिया की नेशनल ओलिंपिक कमेटियों ने ओलंपिक खेलों को टालने का अनुरोध कर चुकी हैं ।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी और जापान आयोजन को टालने से बच रहे थे ताकि इसके कानूनी और व्यावसायिक दुष्परिणामो से बचा जा सके ।खेल आयोजन के नियम कानून के जानकारों का कहना है कि अगर कोई भी पक्ष एक तरफ इन आयोजनों से पीछे हटता है तो वह होस्ट सिटी के कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ने के आरोप के दायरे में आ सकता हैजिसके परिणाम में अरबों डॉलर का हर्जाना भुगतना पड़ता ।टोक्यो ओलंपिक खेलों का टलना ओलंपिक खेलों के इतिहास में एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक घटना मानी जा रही है ।
आजतक ओलंपिक खेलों को कभी रि शेड्यूल नही किये गए हैं, केवल विश्व युद्ध के दौरान इन खेलों को निरस्त किया गया था ।